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Die muosen wol von schulden klagn. |
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diu frouwe hête getragn |
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ein kint, daz in ir lîbe stiez, |
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die man ân helfe ligen liez. |
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ahzehen wochen hete gelebt |
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des muoter mit dem tôde strebt, |
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frou Herzeloyd diu künegin. |
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die andern heten kranken sin, |
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daz si hulfen niht dem wîbe: |
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wan si truoc in ir lîbe |
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der aller ritter bluome wirt, |
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ob in sterben hie verbirt. |
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dô kom ein altwîser man |
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durch klage über die frouwen sân, |
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dâ si mit dem tôde ranc. |
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die zene err von ein ander twanc: |
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man gôz ir wazzer in den munt. |
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aldâ wart ir versinnen kunt. |
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si sprach "ôwê war kom mîn trût?" |
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diu frouwe in klagete über lût. |
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"mînes herzen freude breit |
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was Gahmuretes werdekeit. |
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den nam mir sîn vrechiu ger. |
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ich was vil junger danne er,
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und bin sîn muoter und sîn wîp. |
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ich trage alhie doch sînen lîp |
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und sînes verhes sâmen. |
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den gâben unde nâmen |
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unser zweier minne. |
| 109,30
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hât got getriwe sinne, |
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