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Cundrîe la surziere, |
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diu unsüeze und doch diu fiere, |
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den Wâleis si beswæret hât. |
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waz half in küenes herzen rât |
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unt wâriu zuht bî manheit? |
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und dennoch mêr im was bereit |
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scham ob allen sînen siten. |
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den rehten valsch het er vermiten: |
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wan scham gît prîs ze lône |
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und ist doch der sêle krône. |
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scham ist ob siten ein güebet uop. |
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Cunnewâr daz êrste weinen huop, |
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daz Parzivâl den degen balt |
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Cundrîe surzier sus beschalt, |
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ein alsô wunderlîch geschaf. |
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herzen jâmer ougen saf |
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gap maneger werden frouwen, |
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die man weinde muose schouwen. |
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Cundrîe was ir trûrens wer. |
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diu reit enwec: nu reit dort her |
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ein rîter, der truoc hôhen muot. |
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al sîn harnasch was sô guot |
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von den fuozen unz ans houbtes dach, |
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daz mans für grôze koste jach. |
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sîn zimierd was rîche, |
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gewâpent rîterlîche |
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was dez ors und sîn selbes lîp. |
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nu vander magt man unde wîp |
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trûrec ame ringe hie: |
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dâ reit er zuo, nu hœret wie. |
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